जिस पुलिस थाने को कभी शापित की संज्ञा दी जाती थी…जो खुद के भवन के लिए शासकीय जमीन तलाश रहा है….जहां जाने में टीआइ नानुकुर करते थे…आज वही थाना देश के 10 सबसे अच्छे थानों में शामिल हुआ है। 2016 में थाने बनने से 2023 तक करीब दस से अधिक टीआइ यहां रहे, लेकिन वर्तमान टीआइ अजय चानना ने जिस जीवटता और जिजीविषा से यहां काम किया, उसने थाने को देशभर में पहचान दिलाई और रोल माडल के रूप में स्थापित किया।
पुलिसिंग तो बेहतर रही ही, आमजन से पुलिस का व्यवहार भी अच्छा रहा। थाने में सुविधाएं अच्छी हुईं। दरअसल, 2016 में शहर में सिविल लाइन थाना बना था। यह कलेक्टर निवास के पीछे जर्जर सरकारी क्वार्टर में शुरू हुआ। कुछ समय बाद आश्वासन मिला कि जल्द थाने को खुद का भवन मिलेगा, लेकिन अधिकारी आए और चले गए।